नई दिल्ली -29 नवम्बर 2019 जिओ गीता के तत्वाधान में गीता मनीषी संत ज्ञाननानंद जी महाराज के नेतृत्व में देश की राजधानी दिल्ली के लाल किला मैदान मैं संत अवधेशानंद जी महाराजए संत श्री परमानंद जी महाराजए साध्वी रितंभरा (दीदी मां) बुध जैन एवं मुस्लिम पंथों के गणमान्य संतों की उपस्थिति में गीता का संदेश गूंजेगा
एक दिवसीय भगवत गीता प्रेरणा कार्यक्रम 1 दिसंबर 2019 को प्रात 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक लाल किले में आयोजित किया जा रहा है उल्लेखनीय है कार्यक्रम का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी करेंगे इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन जी भागवत रहेंगे
कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी मंत्री भारत सरकार सहित श्री प्रताप सारंगी मंत्री भारत सरकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर सहित केंद्र एवं राज्यों की अनेकों गणमान्य सांसद विधायक एवं मंत्री कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण हिंदू बच्चों द्वारा संस्कृत में गीता पाठ तथा मुस्लिम बच्चों द्वारा उर्दू भाषा में गीता का पाठ मंच से प्रस्तुत किया जाएगा
श्रीमद्भागवत गीता स्वयं भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख द्वारा दिया गया प्रवचन केवल उनके शिष्य अर्जुन के लिए नहीं है अपितु समस्त मानव मात्र के कल्याण के लिए है क्योंकि भगवान सबके हैं और भगवान सब में हैं गीता के माध्यम से मानसिक शांति मनोबल संवर्धन कर्तव्यनिष्ठा ध्येय निष्ठा से लेकर विश्व बंधुत्व प्रेम क्षमता समरसता एवं सकारात्मकता की अचूक प्रेरणा श्रीमद्भागवत गीता में इस विशाल एवं भव्य आयोजन से सभी श्रद्धालुओं को विशेष आनंद की प्राप्ति होगी देश के अनेक भागों से 1800 अर्चक धर्म स्थानों के सेवा अधिकारी पुजारी कर्मकांड़ी एवं प्रबुद्ध विद्वान लोगों की गरिमामय उपस्थिति इस आयोजन में रहेगी
इसी प्रकार देश के लगभग 18 प्रांतों का प्रतिनिधि करते हुए शिक्षाविद चिकित्सा वित धर्म शास्त्री जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारी समाज सेवक देश विदेश के उच्चाधिकारी विदेशों के राजदूत एवं अन्य अंतर्राष्ट्रीय महत्व की संस्थाओं के प्रतिनिधि भगवत गीता आयोजन में उपस्थित रहेंगे शिक्षा चिकित्सा पद्धति से जुड़े हुए 1800 चिकित्सक न्याय क्षेत्र से जुड़े हुए 1800 चिकित्सक शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हुए विभिन्न शिक्षा संस्थानों में कार्यरत शिक्षाविद धार्मिक संस्थाओं के 1800 प्रमुख प्रतिनिधि ग्रामीण क्षेत्रों से जनप्रतिनिधि 1800 जनप्रतिनिधि विभिन्न प्रशासकीय सेवाओं से जुड़े हुए 9000 से अधिक सहयोगी विदेशों के राजदूत एवं अन्य प्रमुख हस्तियां कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्याय हैं सेना 18 अक्षोहिणी तथा युद्ध कुल 18 दिन लड़ा गया गीता में अट्ठारह की संख्या का बहुत महत्व है सभी धर्म प्रेमियों का आह्वान है कि इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर गीता ज्ञानामृत अवश्य प्राप्त करें जय भगवत गीता जय भारत