और हम उन्हें #श्रद्धांजलि भी ना दे सके !!😢
तपन घोष जी संघ के स्वयंसेवक और #प्रचारक रहे
उन्होंने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की #दुर्दशा को देखते हुए 2007 #हिंदू समहति नाम का एक संगठन बनाया है और उस के माध्यम से हिंदुओं को #एकजुट करने उनके #धर्मांतरण को रोकने और हिंदुओं पर अत्याचार करने वालों को #जवाब देना का काम किया। आज जो पश्चिम बंगाल में आप हिंदुओं को संगठित होते हुए देख रहे हैं उसमें बहुत बड़ा योगदान तपन दा का था।
तपन दा लगातार #ममता सरकार के द्वारा और #वामपंथियों के द्वारा किए जाने वाले #अत्याचारों का मुकाबला करते रहे और हिंदुओं को संगठित करते रहे।
उनकी मेहनत का ही परिणाम था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जगह-जगह #जय श्रीराम के नारे सुनने को मिले आज तपन दा हमारे बीच नहीं हैं 28 जून को कोरोना से संक्रमित हुए और आज उनकी #मृत्यु हो गई
एक नायक जो हिंदुओं को संगठित करने के लिए लगातार संघर्ष करता रहा और जिसने अपना जीवन हिंदुओं के लिए बलिदान कर दिया उसके बलिदान की खबर भी हिंदुओं तक नहीं पहुंच पा रही हैं किसी न्यूज़ चैनल पर कोई खबर नहीं है !
असली नायक तपन दा सो गए हैं
तपन दा आप सदैव हमारे हृदय में निवास करेंगे तपन दा के निधन पर कृतज्ञ राष्ट्र सादर नमन करता है।