पशु अधिकारों की बात कर करने वाली अंतरराष्ट्रिय संस्था PETA ने रक्षाबंधन पर विवादित व तथ्यहीन अपील कर डाली है। PETA ने गाय का नाम लेकर, लेदर फ्री रक्षाबंधन कैंपेन चलाया है जिस तमाम तरह के सवाल खडे सवाल हो रहे हैं। इस मामले पर सर्वशक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सेठी कडी आलोचना करते हुए कहा है कि ‘इस संस्था को बैन करना चाहिए। इससे पहले भी इन संस्था ने कई बार हिन्दुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड किया है। 2015 में तमिलनाडु में हाथियों की परेड का विरोध, 2017 में तमिलनाडु के जल्लीकट्टू,2017 में धार्मिक कार्यों में हाथियों के इस्तेमाल,2017 में नागपंचमी पर नागों की पूजा व 2018 में जन्माष्टमी पर गाय के दूध के उपयोग का विरोध किया था।सेठी ने यह भी कहा कि इस मामले पर हम केन्द्र सरकार से अनुरोध करते हैं कि ऐसी संस्था को भारत में पूर्ण रुप से प्रतिबंधित किया जाए वरन हम इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।‘
बता दें कि PETA एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो पशु अधिकारों के लिए काम करती है । इसकी स्थापना 22 मार्च, 1980 को हुई थी। अमेरिका के वर्जीनिया में PETA का मुख्यालय है व साल 2000 में मुंबई में PETA इंडिया की स्थापना हुई थी।
नीरज सेठी जी एक हिंदूवादी कार्यकर्ता हैं यह लेख उन्हीं के द्वारा लिखा हुआ है