रेवाड़ी, 27 नवम्बर (महेंद्र भारती)। रेवाड़ी के एक एडवोकेट ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर पहल करते हुए जहां रूमाल पर शादी कार्ड छपवाकर शादी का न्यौता दिया था, वहीं ससुराल पक्ष ने सभी बारातियों को पौधें भेंट कर सराहनीय कार्य किया है। हाल ही में दहेज रहित हुई इस शादी में एक भी पटाखा भी नहीं फोड़ा गया। यह शादी रेवाड़ी के साथ-साथ आसपास के गांवों में मिसाल बन गई है और लोग नवदम्पति को बधाई देने में जुटे हुए है। नवदम्पति ने भी अपने नये जीवन की शुरूआत पौधारोपण से की है।
जिला के गांव शहबाजपुर खालसा निवासी एडवोकेट परीक्षित यादव की शादी महेन्द्रगढ़ जिला के गांव चंदपुरा निवासी व दिल्ली पुलिसकर्मी अल्का यादव के साथ हुई है। दहेज रहित यह शादी मात्र नारियल और एक रुपये के शगुन के साथ सम्पन्न हुई है। शादी से पूर्व प्रक्षित यादव ने कागज के शादी कार्ड की बजाय रूमाल पर शादी निमंत्रण छपवाकर रिश्तेदारों व दोस्तों को दिये थे। रूमाल पर छपे इस निमंत्रण की खास बात यह है कि एक बार धोने के बाद इस रूमाल को यूज भी किया जा रहा है। इससे न केवल कागजों की बचत हुई, वहीं शादी कार्ड इधर-उधर बिखरने से बचे हैं।
परीक्षित ने बताया कि शादी में दोस्तों द्वारा एक भी पटाखा नहीं फोड़ा गया और न ही किसी भी बाराती को किसी प्रकार का नशा किया। स्टेज पर आशीर्वाद रीति रिवाज के दौरान सभी को पौधें देकर सम्मानित किया। उनके ससुर तेजप्रकाश यादव ने 201 पौधें भेंट स्वरूप वितरित किये हंै। बारातियों ने ये सभी पौधे अपने-अपने घरों में लगाए हैं। शादी के बाद उन्होंने भी अपने नये जीवन शुरूआत 21 पौधे रोपित कर की है।