नई दिल्ली, 14 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने आज दिल्ली में चालू शीत लहर में गत 40 दिनों में 413 बेघर लोगों की अकाल मृत्यु और आम आदमी पार्टी की सरकार के पांच साल के कार्यकाल के झूठ के पुलिन्दों को जनता के सामने उजागर करने को लेकर संयुक्त प्रेसवार्ता की। इस प्रेसवार्ता में मीडिया प्रभारी श्री प्रत्यूष कंठ, सह-प्रभारी श्री नीलकांत बक्शी एवं प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने सत्ता में आने से पूर्व बेघरों की मृत्यु को एक बड़ा मुद्दा बनाया था, बेघरों के लिए स्थायी एवं अस्थायी आश्रय गृह बनाने की घोषणाएं की थी पर आज पांच साल बाद भी स्थिति यह है कि दिल्ली में गत 40 दिन से लगभग 10 बेघर लोग प्रतिदिन ठंड से अपने प्राण गंवा रहे हैं। सोच कर भी शर्म आती है कि जिस शहर में प्रति दिन 10 व्यक्ति ठंड के दिनों में आश्रय के अभाव से मर रहे हो उस शहर का मुख्यमंत्री गीत गाते है कि अच्छे बीते पांच साल लगे रहो केजरीवाल।
बीते एक वर्ष में 3623 बेघर लोगों की मृत्यु हुई जिनकी पहचान तक नहीं हो पाई। यह लोग रोजी रोटी की तलाश में दूर दराज के क्षेत्रों से दिल्ली आते है पर सरकार उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पाती है इसलिए बेघर ये लोग सर्दी की ठिठुरन में अपनी अंतिम सांसे लेने को मजबूर हो जाते है। दिल्ली के यह वही मुख्यमंत्री है जिन्होनें लोगों को घर देना तो दूर प्रधानमंत्री आवास योजना, जिसके तहत दिल्ली में आवास दिया जाना था उसे राजनैतिक वैमनस्य के कारण जानबूझ कर रोक दिया।
सर्दी की इन रातों में दिल्ली की केजरीवाल सरकार की लापरवाही के कारण 90 लोग नहीं मरे बल्कि उनके आश्रितों की हत्या भी की गई है और उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। शर्म आनी चाहिए मुख्यमंत्री को ऐसी सरकार को नैतिकता के आधार पर सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि झूठ से नहीं तोड़ेंगे नाता, ये है आम आदमी पार्टी का वादा, सबसे बड़ा झूठ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बोल रहे हैं जिन्होंने दिल्ली में हिंसा को भड़काने के लिए गलत फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया था। अब मनीष सिसोदिया दिल्ली के लोगों को भाजपा के खिलाफ भड़काने के लिए सांसद श्री साहिब सिंह की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे है कि भाजपा सरकार के आने के बाद दिल्ली के लोगों को फ्री में मिल रही सारी सुविधाएं बंद करवा दी जाएगी।
दिल्ली सरकार ने वृद्धावस्था, दिव्यांग की पेंशन योजना सहित कई जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करवा दी हैं। किसान सम्मान निधि, आयुष्मान भारत योजना को केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में लागू नहीं होने दिया और अब फ्री सर्विस का दिखावा कर रहे हैं। 5000 प्राइमरी हेल्थ सेंटर की जगह पर मोहल्ला क्लीनिक खुलावा कर लोगों को भ्रमित किया और एक भी प्राइमरी हेल्थ सेंटर दिल्ली में नहीं खुलवाया। 500 स्कूल खोलने का वादा किया लेकिन एक भी स्कूल नहीं खुलावाया। दिल्ली के लोगों को केंद्र सरकार के माध्यम से लाखों का फायदा मिला।
आम आदमी पार्टी सरकार ने कांग्रेस सरकार को चोरों की सरकार बताया और 250 करोड़ सब्सिडी बिजली कंपनियों को देने का आरोप लगाया और दिल्ली की सत्ता में आ गए, आज केजरीवाल सरकार 2500 करोड़ की सब्सिडी बिजली कंपनियों को दे रही है। 2015 में केजरीवाल सरकार ने 20,000 लीटर पानी फ्री दिया लेकिन 2016 में 10 प्रतिशत, 2017 में 20 प्रतिशत पानी की कीमत को बढ़ा दिया। अरविंद केजरीवाल के जल बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद आज जल बोर्ड 800 करोड़ के घाटे में चल रहा है।
अनधिकृत कॉलोनियों के मुद्दे पर भी पांच साल तक केजरीवाल सरकार तुच्छ राजनीति करती रही है।
भाजपा सरकार 2014 से लेकर 2019 तक महंगाई दर को कंट्रोल किया है जो 4 प्रतिशत से कम रही है, खाने को लेकर भी महंगाई दर 2-3 प्रतिशत से हमेशा कम रही हैं। दिल्ली की मंडियां एपीएमसी के तहत चलती है जो दिल्ली सरकार के अंतर्गत आती है और इसका भी दोष केजरीवाल भाजपा पर मढ़ रहे हैं। दिल्ली के लोगों के टैक्स का पैसा लेकर केजरीवाल सरकार उन्हें ही गुमराह कर रही है और अकेला अरविंद पार्टी झूठ की राजनीति कर रही है।