नईदिल्ली। यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट ने पंजाब में आतंकवाद के दौरान मारे गए हिन्दुओं के परिवारांे को 1984 के सिख दंगो में पीड़ित परिवारों की तरह ही मुआवजा देने की मांग केन्द्र सरकार एवं पंजाब सरकार से की है। इस संदर्भ में फ्रंट ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में तत्काल हस्ताक्षेप करते हुए पंजाब सरकार से एसआईटी गठित कर हिन्दुओं को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
फ्रंट द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में यूनाईटेड हिन्दु फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जयभगवान गोयल ने कहा कि जिस प्रकार से केन्द्र सरकार ने 1984 सिख दंगो के लिए एस.आई.टी का गठन कर पीड़ित सिख समाज को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा लाखों रूपयों की आर्थिक मदद दी गई थी, उसी प्रकार पंजाब में आतंकवाद के दौरान मारे गए लगभग 30हजार निर्दोष हिंदुओ के लिए एस.आइ.टी का गठन कर उनके परिवारों को आर्थिक मदद प्रदान करें।
श्री गोयल ने कहा कि पंजाब में आतंकवाद के काले दौर में हजारांे निहत्थे हिन्दुओं की आतंकवादियों द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और इन हिन्दू मृतकों के परिवारों को राज्य सरकार द्वारा मुआवजे के नाम पर उस समय मात्र पचास-पचास हजार रूपये दिए गए थे, जो उनका अपमान है। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने आतंकवाद पीड़ित हिंदू परिवारों को उचित मुआवजा देने व एसआईटी गठित करने की घोषणा भी की थी, मगर चुनाव जीतने के बाद अमरिंदर सरकार वह वादा भूल चुकी है। उन्होनें कहा कि हमारा संगठन राज्य सरकार से निरंतर मांग करता आया है कि आतंकवाद के दौरान पंजाब में खालिस्तानियों की हिंसा का शिकार हुए करीब 30 हजार से अधिक हिन्दुओं के परिवारों की सरकार सुध लें और एसआईटी गठित कर सरकार पीड़ित हिन्दू परिवारों को जल्द से जल्द यथोचित मुआवजा देकर उनके जख्मों पर मरहम लगाने का कार्य करें।
श्री गोयल ने कहा कि केन्द्र सरकार इस मामले में तत्काल हस्ताक्षेप करते हुए पंजाब सरकार से एसआईटी गठित करने के निर्देश जारी कर आतंकवाद के दौरान मारे गये हिन्दुओं के परिजनों को उचित मुआवजा दिलवाने का कार्य करें। ताकि उन्हें भी न्याय मिल सके।