नई दिल्ली, 16 जनवरी 2020 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री सुभाष चोपड़ा ने घोषणा की है कि दिल्ली में कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने पर दिल्लीवासियों को पानी बचाने के लिए प्रोत्साहित करने की नियत से ‘‘कैश-बेक योजना’’ लागू करेगी। श्री चोपड़ा आज पार्टी के वरिष्ठ नेता व मुख्य प्रवक्ता श्री मुकेश शर्मा के साथ प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। इस मौके पर विधायक अल्का लाम्बा भी मौजूद थी। विस्तारित योजना व उसके लाभ हानि पूरे आंकड़ो के संलग्न है।
श्री चोपडा ने ‘‘पानी सबका अधिकार – भविष्य का रखना खयाल’’ का नारा देते हुए कहा कि ‘‘पानी बचाओ-दिल्ली बचाओ’’ अभियान शुरु करने की नियत से कैश-बेक योजना को लागू कर रहे है। उन्होंने इसका खुलासा करते हुए कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने वोट के लालच में इस योजना को लागू किया था। हम इस योजना को जारी रखेंगे लेकिन हमें भविष्य में दिल्ली में होने वाले वाटर वार की चिंता है, इसलिए हमने यह प्रोत्साहन योजना शुरु की है। उन्होंने कहा कि 20,000 लीटर पानी में जितना पानी उपभोक्ता बचाऐगा, उसे 30 पैसे की दर से सरकार पैसा वापस देगी जो उपभोक्ता के खाते में सीधा स्थानांतरित किया जाएगा।
श्री चोपड़ा ने आंकड़ो के हवाला से कहा कि दिल्ली में पिछले 6 सालों में 70 प्रतिशत जमीन का पानी तेजी से कम हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में दिल्ली जल बोर्ड पर वर्ष 2018 में माननीय उच्चतम न्यायालय ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि दिल्ली में अगर यही हालात रही तो ‘‘वाटर वार’’ होना निश्चित है। उन्हांने यह भी कहा कि आज दिल्ली में गंदे पानी की समस्या की वजह से लगभग 25 प्रतिशत पानी बर्बाद हो रहा है जिसके लिए दिल्ली सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उन्होंने आंकड़ो का हवाला देते हुए कहा कि एक लीटर पानी को आर.ओ से शुद्ध करने पर 3 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। श्री चोपड़ा ने कहा कि सेन्टर ग्राउड वाटर बोर्ड की रिपोर्ट में बकायदा पानी बचाने के लिए विशेष योजना को लाये जाने को जरुरी बताया है।
श्री सुभाष चोपड़ा व श्री मुकेश शर्मा ने कहा कि इस योजना से दिल्ली में 25 से 30 प्रतिशत पानी की बचत की जा सकेगी। उन्हांने आंकड़ो के हवाले से कहा कि यूनाईटेड नेशन की रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति पानी की खपत 50 से 100 लीटर होती है, जो औसतन 85 लीटर प्रति व्यक्ति है। दोनो ने आरोप लगाया कि आज दिल्ली में पानी माफिया केजरीवाल सरकार की वजह से सक्रिय है और वो बकायदा इसका लाभ उठा रहा है। उन्होंने पानी के बचाने के अभियान में लगी एनजीओ से अपील की है कि खुले मन से राजनीति से उपर उठकर कांग्रेस की योजना का स्वागत करें ।
श्री मुकेश शर्मा ने कहा कि आज दिल्ली में पीने के पानी के टैंकरों के दाम 40 प्रतिशत तक बढ़ गए है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार की मिली भगत से टैंकर माफिया इस पानी को 20 गुना दामों पर बेच रहा है। उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड को चुनौती देते हुए कहा कि बोर्ड के पास कोई ऐसा कोई डाटा ही नही है कि कौन उपभोक्ता कितना पानी इस्तेमाल कर रहा है, तो इस योजना के मायने ही क्या है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस की योजना के लागू होने से दिल्ली में एक परिवार कम से कम 5000 लीटर पानी बचाऐगा, जिसके बदले कांग्रेस सरकार उपभोक्ता को 1500 रुपये का कैश-बेक सीधे उसके खाते में डालेगी।
अल्का लाम्बा ने कहा कि पुरानी दिल्ली में बकायदा जल माफिया सक्रिय है जो इस योजना का लाभ उठाकर लोगों को मंहगे दामों में पानी बोतलों में भरकार बेचता है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली मे जल बोर्ड की लापरवाही के कारण 40 प्रतिशत पानी रास्ते में ही बर्बाद हो जाता है। अतः कांग्रेस की योजना पूरी तरह कारगर साबित होगी।