नई दिल्ली, 21 नवम्बर, 2019 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री सुभाष चौपड़ा ने जवाहरलाल नहेरु विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस द्वारा की गई बर्बरता पूर्ण कार्यवाही व केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा जबरन फीस बढ़ाए जाने के तुगलकी फरमान की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि प्रदेश कांग्रेस संघर्ष की इस घडी में जेएनयू छात्रों के साथ खड़ी है।
श्री सुभाष चौपड़ा के नेतृत्व में जेएनयू मुद्दे पर विचार करने के लिए राजीव भवन स्थित पार्टी कार्यालय में आज दिल्ली के सभी पूर्व छात्र अध्यक्षो, छात्र नेताओं की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष चौपड़ा अलावा पूर्व डूसू अध्यक्ष रोकी तुषीड़, रागिनी नायक, अमृता धवन, नीतू वर्मा सोईन, अल्का लाम्बा, रोहित चौधरी, डूसू सचिव आशिष लाम्बा, सीपी मितल, कमल कांत शर्मा, मांगे राम शर्मा, जितेन्द्र बघेल, प्रवीण राणा, अक्षय लाकड़ा मौजूद थे।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व पूर्व विधायक श्री हरी शंकर गुप्ता ने एक प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि ‘‘केन्द्र सरकार व मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा फीस बढ़ाने के फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग करने के साथ-साथ पुलिस द्वारा शांति पूर्ण ढंग से अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे छात्रों पर बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज किए जाने की कड़ी निंदा की गई है’’। मौजूद छात्र नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित प्रस्ताव की कापी संलग्न है।
श्री सुभाष चौपड़ा ने छात्र नेताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जेएनयू छात्रों पर जिस तरीके से मोदी सरकार के इशारे पर पुलिस ने कार्यवाही की है उससे यह साबित हो गया है कि संविधान में अपनी बात रखने का जो अधिकार दिया गया है उसे भी मोदी सरकार दमन से दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सैंकड़ो छात्रों को चोटे आई है, वही दूसरी ओर जेएनयू प्रशासन सरकार के दवाब में काम कर रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूरे तरीके से पुलिस व जेएनयू प्रशासन का भाजपाईकरण किया जा रहा है। श्री चौपड़ा ने चेतावनी दी कि यदि तुरंत छात्रों को न्याय नही मिला तो प्रदेश कांग्रेस उनके समर्थन में आंदोलन करेगी।