नई दिल्ली, 20 दिसंबर: दिल्ली के इंडिया हैबिटैट सेंटर में भारत की सबसे युवा पियानोवादक गौरी मिश्रा ने “लाइव पियानो कॉन्सर्ट” में परफॉर्म किआ गौरी मिश्रा के साथ श्री रमेश चंद्र जैन (गिटार), श्री प्रदीप कुमार सरकार (तबला), श्री। अनूप कुमार (पर्क्युसिनिस्ट) और हवाएं गिटार रेसाइटल बाय श्री नील रंजन मुखर्जी तबला वादक उस्ताद अकरम खान नज़र आये! इसका श्रेय गौरी अपने गुरु श्री नील रंजन मुखर्जी और श्री रमेश चंद्र जैन को देती है!
गौरी ने हमेशा अपने संगीत के साथ विभिन्न नवाचारों और प्रयोगों को करने में विश्वास किया है। इस कॉन्सर्ट ने दर्शकों को शानदार ‘इंडियन क्लासिकल म्यूजिक’ से लेकर कॉन्सर्ट बॉलीवुड म्यूजिक ’तक के शानदार म्यूजिक वेस्टर्न म्यूजिक’ के माध्यम से अपने ‘इनोवेटिव फ्यूजन’ के शानदार सफर के जरिए दर्शकों तक पहुंचाया। गौरी द्वारा निभाई गई कुछ प्रस्तुतियां राग बागेश्री -इंडियन क्लासिकल, मेन ऑफ गेम ऑफ थ्रोन्स – वेस्टर्न म्यूजिक, ड्रीम – फ्यूजन और कई और अधिक हैं। मुख्य अतिथि, विशेष अतिथि और सम्मानित अतिथि द्वारा सभी प्रदर्शनों की सराहना की गई है। विभिन्न धुनों पर गौरी मिश्रा के प्रदर्शन को देखकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
इस कार्यक्रम को कई प्रमुख हस्तियों ने देखा, मुख्य अतिथि पद्म भूषण डॉ। उमा शर्मा (कथक एक्सपोनेंट) और श्रीमती उषा बिनोजा (संयुक्त निदेशक, पेट्रोलियम मंत्रालय) थे।
गौरी को इंडिया हैबिटेट सेंटर 2017, नई दिल्ली में भारतीय शास्त्रीय संगीत में नए प्रयोग के लिए माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी से एक सुंदर प्रशंसा पत्र और आशीर्वाद भी मिला है। सितार वादक पद्म भूषण अवार्डी पं. देबू चौधरी भी इस संगीत कार्यक्रम में उपस्थित थे और उन्होंने गौरी की सराहना की और उन्हें अपनी संगीत यात्रा के लिए आशीर्वाद दिया। उन्होंने पियानो पर कई शास्त्रीय सभागारों में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, असम एसोसिएशन फॉर कल्चर, इंडिया हैबिटेट सेंटर, सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में भारतीय शास्त्रीय प्रदर्शन किया। , टाटा पावर डिस्ट्रीब्यूशन ऑडिटोरियम, मानेकशॉ एयरफोर्स ऑडिटोरियम और कई और बड़े दर्शकों के सामने। गौरी ने वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंट पियानो पर कई भारतीय शास्त्रीय / राग बजाए हैं। उनकी दृष्टि देश को मजबूत बनाने में योगदान देने के लिए भारत शास्त्रीय और बालिकाओं को बढ़ावा देना है। उन्होंने अपने गुरु श्री नील रंजन मुखर्जी और श्री रमेश चंदर जैन यानी सुर महलर, यमन, किरवानी, मलखोश, रघुपति राघव द्वारा रचित कई भारतीय शास्त्रीय राग और फ्यूजन बजाए हैं। मिश्रा भारत की बहुत ही युवा प्रतिभाओं में से एक हैं जिन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। । गौरी ने अपने सुंदर प्रदर्शन से दर्शकों को चकित कर दिया। ‘गौरी मिश्रा’ महज 13 साल की लड़की, जिसने 9 साल की उम्र में देश का सबसे कम उम्र का पियानो वादक होने का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। खूबसूरत शाम हर जगह संगीतमयता के साथ समाप्त हुई।