नई दिल्ली, 29 दिसंबर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को आज मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से सम्बोधित किया। मन की बात का यह 60वां भाग था। इस कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली के प्रभारी श्री श्याम जाजू ने अपने निवास स्थान 11 ए अशोक रोड पर और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने गैस गोडाउन बस्ती टोडापुर पर उपस्थित लोगों के साथ रेडियों पर सुना। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री श्री राजेश भाटिया उपस्थित थे।
आज की मन की बात को सुनने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली के प्रभारी श्री श्याम जाजू ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम में नागरिकता संशोधन कानून, उसके विरोध और इन सबके बीच युवाओं को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि देश का युवा अराजकता से दूर रहना पसंद करता है, उसे इससे नफरत है। कुल मिलाकर मोदी जी ने देश को दिये अपने सम्बोधन में समाज में चल रही हर बात का ध्यान रखा है। जहां एक ओर उन्होनें युवाओं को लेकर चर्चा की तो दूसरी ओर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे कदम पर बात करते हुये उन्होनें बिहार के पश्चिमी चंपारण की एक कहानी बताई जहां 1985 बैच के विद्यार्थियों ने एल्युमनाई मीट रखी और कुछ करने का विचार किया। उन सभी लोगों ने मिलकर हैल्थ चैकअप कैम्प लगाकर समाज की सेवा की। युवाओं में राष्ट्रभक्ति की नई ऊर्जा का संचार करने वाले स्वामी विवेकानन्द जी की चर्चा करते हुये उन्होनें कन्याकुमारी जो विश्व के लिए तीर्थ क्षेत्र बन रहा है उसकी भी बात की। महिलाओं की तारीफ करते हुये उन्होंने कहा कि फूलपुर की महिलाओं ने मिलकर काम करने का संकल्प किया। वे चप्पलें बनाती हैं और लोग इन चप्पलों को बहुत पसंद कर रहे हैं। लोकल प्रॉडक्ट को हमें अपनी शान से जोड़ना चाहिए और साथी देशवासियों के लिए समृद्धि लाने की कोशिश करनी चाहिए। यह बात देश में निर्मित वस्तुओं के प्रयोग के लिए देशवासियों का आह्वान करती है जो गांधी जी के स्वदेशी आंदोलन का प्रतीक है। मोदी जी ने 2022 तक सभी लोगों से स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल की बात की।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुनकर पता चलता है कि हमें ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जिसकी नजर देश की हर-छोटी बड़ी घटनाओं पर रहती है। जो समाज में रच-बस गई बुराईयों को देखकर आंखे बंद नहीं करता बल्कि उसे जड़ से खत्म करने के लिए गांधी जी और स्वामी विवेकानन्द जी से प्रेरणा पाकर समाजिक जनआन्दोलन खड़ा कर रहा है। मोदी जी ने अपने सम्बोधन से देश के युवाओं को, महिलाओं को और समाज के हर वर्ग को कोई न कोई संदेश दिया है। सूर्य ग्रहण को लेकर और दोस्तों की एल्युमनाई मीट पर चर्चा की तो आखरी मन की बात में लोकसभा और राज्यसभा में सफल कार्यवाही को लेकर भी उन्होनें अपनी सकारात्मक बात रखी। जिन जनप्रतिनिधियों को जनता ने चुन कर भेजा उन्होनें पिछले 60 वर्ष के रिकोर्ड को तोड़ दिया। पिछले 6 मास में संसद का काम काफी प्रोडक्टिव रहा। लोकसभा ने 114 प्रतिशत काम किया तो राज्यसभा ने 94 प्रतिशत काम किया जिसके लिए सभी सांसद बधाई के पात्र हैं। मोदी जी ने भारत के टेलिस्कोप और इसरो के आदित्य मिशन की भी जानकारी दी। एक ओर मोदी जी ने नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा पर परोक्ष रूप से चिंता जाहिर की तो दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के हिमायत कार्यक्रम का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हिमायत प्रोग्राम से लोगों की जिंदगी बदल रही है। ग्रामीण इलाके में यह लोगों को आत्मनिर्भर बना रहा है। यह कार्यक्रम लोगों को नौकरी दिलाने का काम कर रहा है। इसने जम्मू-कश्मीर के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है। प्रधानमंत्री की बातों से एक बात तो सिद्ध होती है कि आज देश में सबका साथ सबका विकास सबके विश्वास के साथ किया जा रहा है।