नई दिल्ली, 6 दिसंबर। भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की 63वीं पुण्यतिथि “परिनिर्वाण दिवस“ के अवसर पर आज भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश कार्यालय पर अनुसुचित जाति मोर्चा ने पुष्पाजंलि कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सिद्धार्थन, अनुसुचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष श्री मोहन लाल गिहारा और प्रदेश मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा ने बाबा साहेब के चित्र पर माल्यापर्ण कर पुष्पाजंलि अर्पित की। इस अवसर पर मोर्चा महामंत्री श्री राहुल गौतम, श्री लक्ष्मणदास पप्पी, श्री राजकुमार कनौजिया, श्री करतार सिंह एवं श्रीमती गीता खीचीं उपस्थित थी।
बाबा साहब को पुष्पाजंलि अर्पित करने के बाद कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये दिल्ली प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सिद्धार्थन ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक छुआ-छूत और जातिवाद के खात्मे के लिए काफी आंदोलन किए। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, दलितों और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए लगा दिया। उन्होंने खुद भी उस छुआ-छूत, भेदभाव और जातिवाद का सामना किया है, जिसने भारतीय समाज को खोखला बना दिया था। अपने कड़वे अनुभवों को अपनी ताकत बनाकर उन्होनें समाज में समानता लाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन उनके संघर्षों को आने वाली पीढ़ियों से छिपाने का प्रयास कांग्रेस पार्टी ने किया। उनके त्याग, बलिदान के लिए समुचित सम्मान देने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया। बाबा साहब के पंच कर्म स्थानों को पंचतीर्थ का नाम देकर उसकी स्थापना की गई ताकि आने वाली पीढ़ी उनको नमन कर सके।
अनुसुचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष श्री मोहन लाल गिहारा ने कहा कि बाबा साहब डॉ.भीम राव अम्बेडकर की लोकप्रियता विदेशों में भी थी। सामाजिक समानता और सामाजिक न्याय के लिए उनका संघर्ष और बलिदान मानव जाति पर उपकार के समान है। अनुसुचित जाति के लिए लड़ने वाले एकमात्र इंसान बाबा साहेब ने अपने अंतिम क्षणों में भी देश के लिए काम किया। कांग्रेस ने उनके साथ अन्याय किया और उनकी लोकप्रियता को दबाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन जिस प्रकार घने अंधेरे को खत्म करने के लिए दीपक का एक उजाला काफी होता है वैसे ही बाबा साहेब का चरित्र करोड़ो देशवासियों के ह्दय में वास करता है और आज परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर हम सभी उन्हें याद करते हुये उनके चरणों में पुष्पाजंलि अर्पित कर रहे हैं।