
नई दिल्ली, 1 जनवरी। केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में भड़की हिंसा के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस जिम्मेदार है। दोनों ही राजनीतिक दल के नेता हिंसा रोकने की जगह लोगों में भ्रम फैलाकर उकसाने का काम करते रहे और आजतक दिल्ली में हुई हिंसा पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। प्रेस वार्ता में ‘जहां झूग्गी, वहीं मकान’ का फॉर्म जारी किया जो कच्ची कॉलोनियों में डीडीए स्टॉल लगाकर देगी। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली के प्रभारी श्री श्याम जाजू, राष्ट्रीय मंत्री एवं दिल्ली चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक श्री तरुण चुघ, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री विजय गोयल, मीडिया प्रभारी श्री प्रत्यूष कंठ, सह-प्रभारी श्री नीलकांत बख्शी, प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे।
देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते श्री जावड़ेकर ने कहा कि ये देश की तरक्की का वर्ष है और पहला चुनाव दिल्ली का है जिसमें सकारात्मक एजेंडे के साथ भारतीय जनता पार्टी विजय हासिल करेगी। दिल्ली के लिए मोदी जी ने बहुत काम किया है जो आनेवाले चुनाव में हम दिल्ली के लोगों के सामने रखेंगे। पांच साल में क्या करेंगे वो भी दिल्ली के सामने रखेंगे और पांच सालों में क्या काम नहीं हुए वो भी दिल्ली को बताएंगे। हमारा मुख्य मुद्दा दिल्ली का पूर्ण विकास रहेगा जिसके लिए हम हमेशा काम करते आए हैं। यह लड़ाई झूठ बनाम सच की है, अराजकता बनाम राष्ट्रवाद की है। भाजपा सच्चाई और राष्ट्रवाद के साथ है जबकि आम आदमी पार्टी झूठ और अराजकता के साथ खड़ी है। इसी उद्देश्य के साथ 5 जनवरी को इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा क्योंकि बूथ का कार्यकर्ता ही भारतीय जनता पार्टी की ताकत है। इस सम्मेलन को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह संबोधित करेंगे।
आम आदमी पार्टी को झूठ और कांग्रेस को कनफ्यूज पार्टी बताते हुए श्री जावेड़कर ने कहा कि दिल्ली में जामिया, सीलमपुर और जामा मस्जिद में अल्पसंख्यकों को गुमराह करके आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान, इशराक खान, कांग्रेस के पूर्व विधायक असीम खान, मतीन अहमद ने हिंसा भड़काने में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने अल्पसंख्यों में यह भ्रम फैलाया कि नागरिकता कानून लागू होने के बाद अजान पर रोक लग जाएगी, मस्जिदों से माइक उतार दिए जाएंगे और बुर्का पहनने और टोपी लगाने पर रोक लगा दी जाएगी। दिल्ली में ऐसा जहरीला प्रचार करके अल्पसंख्यों में झूठ फैलाया गया जिसके कारण हिंसा भड़की लेकिन दिल्ली के लोग समझदार हैं इसलिए बहुत जल्दी ही इनके झूठ का पर्दाफाश हो गया।
केजरीवाल को झूठों का सरदार बताए हुए श्री जावेड़कर ने कहा कि साढ़े 4 साल तक केजरीवाल सोए रहे और दिल्ली में यह प्रचारित करते रहे कि मोदी सरकार काम नहीं करने दे रही है, लेकिन जब चुनाव को मात्र तीन माह रह गए तो केजरीवाल काम करने का नाटक करके लोगों में झूठ प्रचारित कर रहे हैं जबकि सच्चाई ये है कि केजरीवाल काम करना ही नहीं चाहते थे लेकिन श्रेय लेने की होड़ में हमेशा रहते हैं। आम आदमी पार्टी की ये नीति है कि काम करे कोई, टोपी पहने कोई। एमसीडी का 9,000 करोड़ से अधिक का फंड रोककर आम आदमी पार्टी दिल्ली के विकास का गला घोंटने का काम कर रही है। एमसीडी ने डेंगू को रोकने के लिए फॉगिंग किया, लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण कैंप लगाए, चालान काटे लेकिन श्रेय लेने के लिए केजरीवाल ने बड़े-बड़े विज्ञापन देकर लोगों को गुमराह किया। केंद्र की मोदी सरकार के प्रयास से प्रदूषण में कमी आई है। इस्टर्न व वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे बनाये, बीएस 6 वाहन लेकर आये, ईंट-भट्ठे के जिग-जैग प्रणाली लाने और हरियाणा-पंजाब में पराली जलाने से रोकने के लिए 1,100 करोड़ रुपये देने का काम केंद्र की मोदी सरकार ने किया, दूसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मेट्रो फेज 4 की फाइल को दबा के रख दिया जिससे मेट्रो का विस्तार ना हो सके और एक्सप्रेस-वे के लिये अपने हिस्से का पैसा भी नहीं दिया।
श्री जावेड़कर ने कहा कि दिल्ली चुनाव में विजय के विश्वास के साथ लड़ेगे क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ‘जहां झूग्गी, वहीं मकान’ के अंतर्गत देश में 1 करोड़ से ज्यादा गरीबों को मकान दिए जा चुके हैं जबकि दिल्ली में इस योजना को केजरीवाल सरकार द्वारा रोके जाने के कारण दिल्ली के लोगों को एक भी मकान नहीं मिल सका। ‘जहां झूग्गी, वहीं मकान’ का रजिस्ट्रेशन फॉर्म 1 जनवरी से मिलना शुरु हो गया है, इसके तहत डीडीए की जमीन पर दो कमरों का पक्का मकान झुग्गीवासियों को दिया जाएगा। दूसरी ओर केजरीवाल सरकार झुग्गीवासियों को सर्टिफिकेट बांटकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं। भाजपा झुग्गीवासियों को मकान देना चाहती है और केजरीवाल झूठा सर्टिफिकेट दे रहे हैं। मोदी सरकार ने दिल्ली के अनधिकृत कॉलोनियों का बिल पास करके उसमें रहने वाले 40 लाख से ज्यादा लोगों को मालिकाना हक दिया जिसका लोगों से स्वागत किया लेकिन केजरीवाल इसमें भी झूठ फैलाकर राजनीति कर रहे हैं। दिल्ली के 105 एलएससी का कन्वर्जन शुल्क माफ करके हजारों दुकानदारों को इसका लाभ मिला। घरेलू उद्योगों को 5 की जगह 9 मजदूर और 5 किलोवाट की जगह 11 किलोवाट बिजली उपयोग करने की मंजूरी देकर लाखों लोंगों को लाभ पहुंचाया।
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