Politics

बरसाना धाम फाउंडेशन ने ‘नागरिकता’ को लिया गोद

नई दिल्ली। भारत की प्रगति व विकास के लिए ऐतिहासिक कानून ‘‘नागरिकता संशोधन कानून’’ को मोदी सरकार द्वारा पास करवाने वाले बिल 24 नवम्बर को पाकिस्तान से दिल्ली आये हिन्दू शरणार्थी परिवार श्री ईश्वरलाल जी के घर जन्मी बच्ची ‘‘नागरिकता’’ को बरसाना धाम फाउंडेशन ने आज गोद लेकर अभी से शादी होने तक उसकी पूरी परवरिश की जिम्मेदारी ली है। दिल्ली के मजनू का टीला शरणार्थी कैम्प में फाउंडेशन के चेयरमैन व भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री जयभगवान गोयल की अगुवाई में पहुंचे फाउंडेशन पदाधिकारियों ने उपरोक्त घोषणा की। इस मौके पर फाउंडेशन के सर्वश्री प्रदीप अग्रवाल (अध्यक्ष), के. के. अग्रवाल (उपाध्यक्ष व निगम पार्षद), टी.आर. मिŸाल (उपाध्यक्ष) एवं फाउंडेशन के महासचिव श्री एस.पी. जलान मौजूद थे।
ज्ञात रहे कि पाकिस्तान में हिन्दू परिवारों पर हो रहे जुल्मों से तंग आकर वर्ष 2011 में श्री दयालदास अपने पुत्र श्री ईश्वर लाल व पुत्रवधू श्रीमती आरती देवी व अन्य कई परिवारों के साथ दिल्ली आये थे, जिनके यहां 24 नवम्बर 2019 को एक बच्ची का जन्म हुआ, जिसका नाम उन्होंने नागरिकता रखा है।
इस मौके पर श्री गोयल ने कहा कि पाकिस्तान से आये इन शरणार्थी परिवारों की हमने वर्ष 2011 से पूरी देखरेख की है और आज जब इन्होंने नागरिकता बिल के नाम पर अपनी लड़की का ही नाम नागरिकता रख दिया है तो इन लोगों के लिए इससे बढ़कर देशप्रेम की मिसाल और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी द्वारा नागरिकता बिल लाकर जो साहसिक व ऐतिहासिक कार्य किया गया है उसके लिए सम्पूर्ण देशवासी व अपने ऊपर हो रहे जुल्मों से तंग आकर हिन्दुस्तान में शरण लेने वाले सभी हिन्दू परिवार खुश हैं व उन्हें जीवन जीने की एक राह मिली है।
श्री गोयल ने कहा कि इस बच्ची नागरिकता के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की अब पूरी जिम्मेदारी हमारे फाउंडेशन की होगी। इतना ही नहीं इसके नाम जल्द ही एक लाख रूपये की फिक्सड डिपाॅजिट भी फाउंडेशन द्वारा की जायेगी।
इस मौके पर शरणार्थी कैम्प में उपस्थित पाकिस्तानी परिवारों के सदस्यों ने नागरिकता बिल के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का दिल से आभार व्यक्त किया और भगवान श्री से प्रार्थना की कि पाकिस्तान में हुए उन पर अत्याचार किसी को भी न भोगने पड़े।

Tags
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close
Close