
बीते गुरुवार कानपुर में हुई घटना का मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी फरार है। इस मामले में भेदियों पर गाज गिरना भी शुरु हो गया,कल दो दारोगा व एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा 20 और पुलिसकर्मियों की जांच की जा रही है लेकिन विकास दुबे अभी पुलिस के हत्थे नही चढ़ा। इस घटना से उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन को विपक्षी व अन्य दलों का लगातार घेरना जारी है। सर्व शक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सेठी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ‘यूपी में पिछली सरकारों में ऐसे काम होना अजीब नही लगता था लेकिन योगी सरकार में ऐसा होना एक गंभीर मुद्दा बन गया चूंकि योगी ने प्रदेश की कमान संभालते हुए सबसे पहले गैंगस्टरों व माफियाओं का सफाया करना शुरु कर दिया था लेकिन इतना बडा बदमाश कैसे बचा रहा ? सेठी ने यह भी कहा कि इस घटना को लेकर जैसी पिक्चर हमें दिखाई जा रही है क्या वह वैसी ही है या इसमें कोई और भी बडा एंगल छुपाया जा रहा है चूंकि सबके मन में एक ही प्रश्न है कि जब विकास दुबे का पता था कि पुलिस उसे पकडने आ रही थी तो वह भाग सकता था हमले की क्या जरुरत थी। हमले की स्थिति तो जब बनती है तब अचानक किसी पर शिकंजा कसा जाता है।देश में विकास दुबे जैसे अभी बहुत लोग हैं जिस सरकारों को समय रहते कार्रवाई करनी चाहिए।
सभी दलों को जबाव तभी मिलेगा जब विकास पकडा जाएगा लेकिन इस घटना ने यह तो तय कर दिया कि देश में अभी भी माफियागिरी खुलेआम चल रही है।