नई दिल्ली, 14 दिसंबर। दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में आज त्रिनगर विधानसभा क्षेत्र के सैंकड़ों आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई और पार्टी में उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा, पूर्व पार्षद श्री तिलक राज गुप्ता सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा गरीबों की हितैषी है लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार गरीब विरोधी है तभी भाजपा सरकार द्वारा गरीबों के हित में लाए गए कल्याणकारी आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू नहीं होने दिया। आयुष्मान योजना के तहत देश के करोड़ों गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है लेकिन केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के गरीबों को इस योजना से वंचित रखा है। आयुष्मान योजना के अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक साढ़े 3 करोड़ लोगों को आवास मिल चुका है लेकिन दिल्ली के गरीब अब भी इससे वंचित हैं क्योंकि केजरीवाल सरकार ने आवास योजना को दिल्ली में लागू होने से रोक दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जवाब दें कि वो गरीबों के साथ ऐसा अन्याय क्यों कर रहे हैं, क्या गरीब दिल्ली का हिस्सा नहीं जो इस तरह का बर्ताव दिल्ली सरकार उनके साथ कर रही है।
श्री तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार अपने पुराने झूठे वादों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए फरिश्ते योजना जैसी नई-नई योजनाओं की घोषणा कर रही है लेकिन जमीनी तौर पर कभी कोई काम नहीं किया। केजरीवाल सरकार झूठ की सरकार है, वास्तविकता से इनका कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा हमेशा गरीबों के लिए कल्याणकारी योजना लागू करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और ये जनकल्याणकारी योजनाएं कभी बंद नहीं होंगी क्योंकि भाजपा का उद्देश्य ही है सबका साथ, सबका विकास। जनकल्याणकारी योजनाएं समाज के अंतिम वर्ग तक पहुंचे इसके लिए भाजपा पूरी तत्परता से काम करती है लेकिन दिल्ली सरकार इन योजनाओं को देश का दिल कहे जाने वाले दिल्ली में लागू करने में हमेशा अड़ंगा लगाती है। पिछले 5 सालों में दिल्ली के लोगों ने भी केजरीवाल सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा देखा, और अब गरीबों के हक को मारने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में करारा जवाब मिलने वाला है क्योंकि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की जनता का भरोसा खो दिया है।