नई दिल्ली, 13 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी, दिल्ली प्रदेश कार्यालय पर आज पश्चिमी दिल्ली के सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आम आदमी पार्टी द्वारा किये गये 70 वादों में से इन्फ्रास्ट्रक्चर पर दिल्ली की जनता के साथ किये धोखे की पोल खोलने को लेकर प्रेस वार्ता की। इस प्रेसवार्ता में दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा एवं प्रवक्ता श्रीमती टीना शर्मा उपस्थित थी।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये पश्चिमी दिल्ली के सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली में 5 साल पहले जिस आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। उस सरकार ने दिल्ली की जनता को सपनें तो बहुत दिखाये लेकिन जब पूरा करने का समय आया तो जनता को केवल धोखा मिला। दिल्ली की सत्ता में 67 सीटों के प्रचण्ड बहुमत के साथ केजरीवाल सरकार आयी लेकिन जब काम करने का समय आया तो कभी कहा कि राज्यपाल काम नहीं करने दे रहे है और कभी कहा मोदी जी काम नहीं करने दे रहे है। जब उन्हीं की पार्टी के लोगों ने उन्हें उनके वादों की याद दिलायी तो उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। चुनाव सामने है और उन्हें कैसे भी करके अपनी नाकामियों को छिपाना था जिसके लिए केजरीवाल आखरी तीन महीनों में बिजली पानी मुफ्त करके जनता को गुमराह कर रहे हैं। केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से किये अपने 70 वादों में कहा था कि दिल्ली को अपना पावर स्टेशन चाहिए ताकि दिल्ली को बिजली दे सकें लेकिन आज तक कोई पावर स्टेशन नहीं मिला न कोई जमीन आंबटित की गई। उन्होनें कहा था कि दिल्ली को हम सोलर सिटी बनायेगें लेकिन दिल्ली को सोलर देने वाले केजरीवाल दिल्ली सरकार की बिल्डिंग पर भी सोलर नहीं लगा पाये।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि केजरीवाल ने वादा किया था कि सुखे तालाबों को पुर्नजीवित करेगें लेकिन तालाबों को जीवित तो नहीं किया गया लेकिन अनधिकृत कॉलोनियो में बारिश होने पर सड़कों पर तालाब जरूर बन गया। उन्होनें कहा कि रेन हार्वेस्टिंग किया जायेगा लेकिन जमीन पर कहीं यह योजना काम करती नजर नहीं आयी। साथ ही कहा था कि 2 लाख सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण दिल्ली में करायेगें जिसके लिए उन्हें फंड भी आंबटित किया गया लेकिन सारा फंड ऐसे ही पड़ा रहा उसका इस्तेमाल नहीं हुआ। आम आदमी पार्टी ने जनता से वादा किया कि दिल्ली में वेस्ट मेनेजमेन्ट की तकनीक लायेगें लेकिन नहीं ला पाये। उन्होनें कहा कि 500 नये स्कूल बनायेगें लेकिन केवल 35 स्कूलों की बिल्डिंग में दुबारा से काम करवाकर शिक्षा में क्रांति का दिखावा किया गया। वादा किया गया कि 20 नये डिग्री कॉलेज बनायेगें और एक भी नहीं बनाया। वादा था कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करेगें जिसमें 909 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाने थे और साथ ही 30 हजार बेड लगायेगें अस्पतालों में दोनों ही वादे फेल हुये। उन्होनें कहा था कि प्रभावी परिवहन व्यवस्था जिसके अन्तर्गत बार्डर पर रहने वाले लोगों को बसों की सुविधा दी जानी थी। 1400 करोड़ रूपया बस खरीदने का बजट दिल्ली सरकार के पास था लेकिन केवल 300 बसें खरीदी गई जिसकी जगह दिल्ली की जरूरत के हिसाब से 5000 खरीदी जानी चाहिए थी।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि डीटीसी की बसों में सीसीटीवी लगेगें नहीं लगे। 14 लाख का वादा किया और केवल 30-40 हजार सीसीटीवी लगे जो काम नहीं करते है। उन्होनें कहा था कि दिल्ली के गांवों को विशेष दर्जा देगें लेकिन दिल्ली देहात के लिए कोई काम नहीं किया। देहात की समस्याओं का पता नहीं और कहते है कि दिल्ली के गांवों का सर्किल रेट बढ़ाकर 5 करोड़ कर देगें क्या कोई किसान 40 लाख रूपये की स्टाप डयूटी दे सकता है वो जमीन लैंड पुलिग नीति के तहत अपनी जमीन कैसे बेचेगा। दूसरी तरफ भारत सरकार ने देखा जब दिल्ली की सरकार अपना काम जिम्मेदारी से नहीं कर रही है तो दिल्ली के सभी सांसदों ने अपनी समस्या प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को बतायी और केन्द्र सरकार की सहायता से दिल्ली में काम भी हुये। ईस्ट्रन-वेस्ट्रन पेरिफेरल एक्सप्रेस वे बनाया गया ताकि ट्रकों को दिल्ली के बाहर से निकाला जा सके। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए 90 हजार करोड़ रूपये आबंटित किये गये। द्वारका में अन्तराष्ट्रीय एक्सपो सेन्टर बनाया जा रहा है जिसका 40 प्रतिशत काम हुआ 26 हजार करोड़ रूपये केन्द्र सरकार ने दिये। भारत वन्दना पार्क 2 सौ एकड़ में 515 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। 100 बेड का अस्पताल नजफगढ़ में बनाया जा रहा है 100 करोड़ की लागत से जिसका 60 प्रतिशत काम हो चुका है। 70 करोड़ का अस्पताल अभी तिलक नगर में जनता को समर्पित किया गया है।